चंडीगढ़:- बढ़ती महंगाई के कारण आज कल हर किसी का बुरा हाल हो रहा है. युवाओ का मेहनत करने के बाद भी नौकरी न मिलना जिसके कारण बेरोजगरी दर लगातार बढ़ती जा रही है. इसी को नज़र में रखते हुवे हरियाणा सरकार ने एक अहम फैसला युवाओ के हक़ में लिया है.
हरियाणा के युवाओं को शैक्षिक रूप से योग्य और कुशल बनाने के लिए हरियाणा राज्य सरकार कौशल परीक्षण के लिए व्यापक रूपरेखा को तैयार कर रही हैं. इसके अंतर्गत हरियाणा कौशल रोजगार निगम के जरिए, विदेशों में रोजगार के अवसरों और सरकारी विभागों में भर्ती के लिए युवाओं को सॉफ्ट स्किल और उद्योग विशिष्ट प्रशिक्षण प्रदान किए जाएंगे।
इसी के संबंध में आज एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करते हुए माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को HKRN के माध्यम से सरकारी विभागों, बोर्ड और निगमों में अस्थाई रूप से कार्य कर रहे उम्मीदवारों के लिए सॉफ्ट स्किल के संबंध में एक रूपरेखा तैयार करने का आदेश दिया है, ताकि उन्हें सरकारी कार्यों में कुशल बना सके।

साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि सॉफ्ट स्किल में लिखना पढ़ना बोलना और कंप्यूटर ज्ञान के साथ-साथ स्किलिंग कोर्स भी तैयार किया जाएगा. इसके अलावा स्नातकों के लिए आईटी पाठ्यक्रम भी तैयार किए जाएंगे, ताकि वह विभागों में पद स्थापित होने के बाद अपना काम कुशलतापूर्वक कर सके।
नौकरी की भूमिका के अनुसार कौशल प्रशिक्षण के लिए विशेष पाठ्यक्रम
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार प्रदेशों के युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है. उन्हें अवगत कराया गया कि विदेश सहयोग विभाग को अब तक संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित विभिन्न देशों में रोजगार के लिए नौकरी की मांग प्राप्त हुई है.
उन्होंने यह कहा कि सामान्य प्रशिक्षण के साथ-साथ युवाओं को विदेशों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए नौकरी की भूमिका के जरिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विशेष पाठ्यक्रम भी तैयार किए जाएंगे साथ ही साथ विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा इन सभी पाठ्यक्रमों का पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र भी प्रदान करने के साथ ही तैयार किया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के लाभार्थियों के लिए विशेष कार्य योजना
प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत ₹100000 से कम वार्षिक आय वाले सभी परिवारों के सदस्यों को स्वरोजगार या अन्य किसी नौकरी के लिए कौशल प्रदान करने की आवश्यकता है. इसके लिए विशेष कार्य योजना भी बनाई जाएगी ताकि ऐसे परिवारों के सदस्य स्वरोजगार या अन्य रोजगार प्राप्त कर सकें.
निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि HKRN के माध्यम से युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उद्योगों की कौशल आवश्यकता के अनुसार उन्हें प्रशिक्षित किया जाना होगा.
प्रधान सचिव वी उमाशंकर, कुलपति, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, राज नेहरू, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव और हरियाणा कौशल रोजगार निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के मकरंद पांडुरंग, मिशन निदेशक, हरियाणा कौशल विकास मिशन विवेक अग्रवाल बैठक के दौरान विदेश सहयोग विभाग के मुख्यमंत्री के सलाहकार पवन चौधरी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
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