नई दिल्ली:- अगर आप भी बचत के लिए किसी स्कीम में पैसा लगाने की सोच रहे हैं, तो आज हम आपको एक ऐसी सरकारी स्कीम के बारे में बता रहे हैं, जिसमें आपको 7.6 प्रतिशत की दर ब्याज मिलेगा. इस स्कीम में 9 साल 4 महीने में ही आपकी रकम डबल हो जाएगी। हम बात कर रहे हैं सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की।
कैसे खुलता है सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 साल से कम उम्र की बेटी का अकाउंट खोला जा सकता है। आप अपनी बेटी के लिए रोजाना 100 रुपये बचाकर 15 लाख रुपये और 416 रुपये बचाकर 65 लाख रुपये का फंड खड़ा कर सकते हैं। जो उसके बेहतर भविष्य के लिए काम आएगा।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) बेटियों के बेहतर भविष्य को ध्यान में रखते हुए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की हई है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 वर्ष से कम आयु की बालिका के नाम पर उसके अभिभावक खाता खोल सकते हैं। भारत में डाकघर या किसी भी बैंक में सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोला जा सकता है। एक परिवार में अधिकतम दो लड़कियों के लिए यह खाता खोला जा सकता है। हालांकि, जुड़वां/तीन बेटियों के जन्म के मामले में दो से ज्यादा खाते खोले जा सकते हैं। इस योजना के तहत काफी अच्छी ब्याज दर पर रिटर्न मिलता है। यह बेटियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।
न्यूनतम और अधिकतम जमा की राशि
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 7.6 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर मिलती है, जो एक अप्रैल 2020 से लागू है। खाता न्यूनतम प्रारंभिक जमा 250 रुपये के साथ खोला जा सकता है। वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये और अधिकतम जमा 1.50 लाख रुपये (50 रुपये के गुणक में) हो सकते हैं। पैसा किस्तों में भी जमा कराया जा सकता है। एकमुस्त भी जमा कराने का भी प्रवधान है। जमा की गई राशि आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कटौती के लिए अर्हता प्राप्त है।

यह खाता अभिभावक द्वारा तब तक संचालित किया जाएगा जब तक बालिका बालिग (18 वर्ष की) नहीं हो जाती। बेटी के 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने या 10 वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद खाते से निकासी की जा सकती है। पूर्ववर्ती वित्तीय वर्ष के अंत में उपलब्ध शेष राशि का 50% तक पैसा निकाला जा सकता है। खाता खोलने की तारीख से 21 साल बाद या बेटी के 18 वर्ष की होने के बाद उसकी शादी के समय (शादी की तारीख से 1 महीने पहले या 3 महीने बाद) यह परिपक्वत होता है।
खाता खोलने के लिए माता-पिता या अभिभावकों को प्रारंभिक राशि और अन्य जरूरी दस्तावेजों के साथ पोस्ट ऑफिस या एसबीआई बैंक में जाकर फॉर्म जमा करना होता है। यह फॉर्म पोस्ट ऑफिस या बैंक में ही मिल जाएगा।
खाता खोलने के लिए दस्तावेज लाभार्थी का जन्म प्रमाण पत्र। लाभार्थी के अभिभावक या माता-पिता का पता प्रमाण और आईडी प्रमाण।Sukanya Samriddhi Yojana Interest Rate अगर आप बेटी के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करते हैं तो बेटी के बालिग होने पर अच्छा रिटर्न मिलता है। जो उसकी पढ़ाई शादी तथा अन्य जरूरी और बड़े खर्चों के काम में लाया जा सकता है।
अकाउंट कब होगा मैच्योर?
बच्ची के 18 साल के होने से पहले अकाउंट खोल सकते हैं और अगर अकाउंट खुला है तो विड्रॉल 18 की उम्र के बाद ही होगा। बेटी के 21 वर्ष के होने पर सुकन्या समृद्धि खाता मैच्योर हो जाएगा। हालांकि, ये उस पर भी निर्भर करता है कि आपने अकाउंट कौन सी उम्र में खुलवाया है। बच्ची के 18 वर्ष के होने पर आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है। मतलब, बच्ची के 18 वर्ष के होने पर 50 फीसदी तक राशि निकाली जा सकती है। अगर दुर्भाग्यवश, बच्ची की मृत्यु हो जाती है तो खाता तुरंत बंद हो जाएगा और खाते में जमा रकम पैरेंट्स को सौंप दी जाएगी। इस अकाउंट का ट्रांसफर भारत में कहीं भी करवाया जा सकता।
कौन जमा करा सकता है पैसे?
अकाउंट में बेटी के पैरेंट्स या कोई भी परिवार का सदस्य पैसे जमा करा सकता है। खाते पर मिलने वाला ब्याज सालाना क्रेडिट होगा। मतलब, पहले साल मिला ब्याज मूलधन में जुड़ जाएगा और अगले साल ब्याज पर ब्याज यानी कंपाउंड इंट्रस्ट (Compound Interest) का फायदा मिलेगा। जब तक बच्ची 18 साल की नहीं हो जाती तब तक उसके पैरेंट्स ही खाते को ऑपरेट करेंगे। उसके बाद वह खुद भी अकाउंट ऑपरेट कर सकती है। खाता खुलने पर एक पासबुक दी जाएगी, जो बैंक या पोस्ट ऑफिस (Post office) में पैसे जमा करवाते समय या ब्याज चढ़वाने के लिए पेश करनी होगी। मैच्योरिटी के समय, खाता बंद करवाते समय भी पासबुक (SSY Passbook) की जरूरत होगी।
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