अगर किसी देश में किसी को अपनी पहचान बतानी हो तो सबसे पहले उस व्यक्ति के पास उस देश का पहचान पत्र होना अनिवार्य है। भारत में भी इसी कदम पर चलते हुवे एक नई ID बनायीं जिसे आधार कार्ड नाम दिया गया आधार कार्ड एक ऐसी ID है जिसमे तमाम जानकारी एकत्रित है जैसे की फिंगरप्रिंट, EYE स्कैन आदि।
जैसा कि आप जानते हैं कि आधार कार्ड आज सभी के लिए बहुत जरूरी हो गया है जिसके पास आधार कार्ड नहीं है वह सरकार की किसी भी योजना का पूर्ण लाभ नहीं उठा सकता है। साथ ही साथ सरकार ने आधार कार्ड से पैन को लिंक करना भी जरूरी कर दिया है।
सरकार ने कहा है कि जिन लोगों ने 31 मार्च तक अपने पैन को आधार कार्ड से नहीं जोड़ा उनका पेनकार्ड 31 मार्च के बाद से बेकार समझा जाएगा यानी आधार की अनिवार्य है। अब पैन कार्ड के होने के साथ भी जरूरी कर दी गई है।

29 सितंबर 2010 को पहले आधार कार्ड को जारी करने के साथ इसकी शुरुआत हो गई है। इसे बायोमेट्रिक भी बनाया गया है। आंखों की स्कैनिंग से लेकर हाथों की सभी उंगलियों के फिंगर प्रिंट को कैप्चर भी किया जाता है और सरकार के पास यूआईडीएआई के जरिए सभी का डाटा रखा गया है। यह संस्था इसका पूरा संचालन करती है। वेबसाइट के माध्यम से काफी काम किए जा सकते हैं।
अब यूआईडीआई ने कहा है कि यदि आपका आधार कार्ड 10 साल पहले बना था और इसे अपडेट नहीं किया गया तो आपसे अनुरोध किया जाता है कि आप अपनी पहचान के प्रमाण और पते के प्रमाण के दस्तावेजों को अपलोड कर इसे सत्यापित करें। दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड करने का शुल्क ₹25 और ऑफलाइन के लिए ₹50 है।
जिन लोगों का आधार कार्ड बने 10 से ज्यादा समय हो गया है उन्हें इसे अपडेट करना होगा यानी 10 साल में आपने एक बार भी आधार कार्ड को अपडेट नहीं किया है। तो आपको यह करना होगा आपको अपना मोबाइल नंबर नाम और पता अपडेट करना होगा साथ ही साथ चेतावनी भी दी गई है कि अपडेट करने के लिए समय तमाम जालसाज मौके का फायदा उठाकर चूना लगा सकते हैं। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि जिन लोगों को यह करवाना है। वे सचेत होकर इस प्रक्रिया को पूरा करें उमंग पोर्टल से अपने नजदीकी आधार कार्ड का पता भी आप लगा सकते हैं।
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